वर्तमान कानूनों के परिपेक्ष में सामाजिक विवाह समारोह अनावश्यक हो गए हैं।
Updated: Oct 29, 2020
जो कि समाज की गतिविधियों को नियंत्रित करने के लिए विभिन्न कानूनों का निर्माण करते हैं।
अब तक अनेक कानून बन चुके हैं, जिनके मध्य नजर सामाजिक विवाह समारोह अनावश्यक हो गये हैं।
अब सामाजिक लोगों का नियंत्रण व निर्णय भी लुप्त प्राय हो चुका है।
अतः सामाजिक विवाह समारोह अनावश्यक हो गए हैं।
अतः अब समाज को विवाह समारोह के नाम पर इकट्ठा करना अनावश्यक हो गया है।
अतः अब सामाजिक विवाह समारोह की कोई आवश्यकता नहीं रह गई है।
क्योंकि अब व्यक्ति जीवन में एक से अधिक विवाह भी कर सकता है।
दहेज की समस्या जिस तरह समाज में विद्यमान है उसका भी मूल कारण सामाजिक विवाह समारोह ही है।
अतः सामाजिक विवाह समारोह को समाप्त किया जाना समाज में अनेक समस्याओं व विवादों का अंत कर सकता है।